अहिल्याबाई बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा की धनी थी: हरीश
नगर पालिका परिषद सभागार मनाया गया कार्यक्रम
बिल्सी। नगर पालिका परिषद सभागार में लोकमाता अहिल्याबाईं होलकर की जयंती पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें आंवला के पूर्व जिलाध्यक्ष वीर सिंह पाल मुख्य अतिथि रहे। उन्होने अहिल्याबाई होलकर के जीवन एवं उनके संघर्षों पर विस्तार से प्रकाश डाला। विधायक हरीश शाक्य एवं बदायूं नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन दीपमाला गोयल ने आज हम सब लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम मना रहे हैं। लोकमाता अहिल्याबाई बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा और प्रखर बुद्धि की थी रानी अहिल्याबाई होल्कर का विवाह मात्र 12-13 साल की उम्र में ही मालवा के राजा खंडेराव से हुआ था कुछ दिन बाद युद्ध में उनके पति खंडेराव की मृत्यु हो गई उसके बाद ससुर मल्हार राव का निधन और अंत में इकलौते पुत्र मालेराव की असामयिक मृत्यु से अहिल्याबाई अंदर से टूट गई परंतु उन्होंने साहस दिखाया और 11 दिसंबर 1767 को वह मालवा की महारानी बनी अहिल्याबाई होल्कर भारतीय इतिहास में एक ऐसी शासक के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के द्वारा आज तक अहिल्याबाई होलकर को सम्मान नहीं दिया गया। केवल भाजपा के द्वारा उन्हें सम्मान देने का कार्य किया है। कार्यक्रम का संचालन नगर महामंत्री अमित मिश्रा ने किया। इस मौके पर चेयरमैन ज्ञानदेवी सागर, पूर्व चैयरमेन ओमप्रकाश सागर, दीपक चौहान, आदित्य माहेश्वरी, शेखर सक्सेना, राहुल देव शाक्य, अनुराग शाक्य, विवेक राठी, डा.राजाबाबू वाष्र्णेय, ओमबाबू सक्सेना, निखिल सक्सेना, विकास माहेश्वरी समेत काफी मात्रा महिलाएं मौजूद रही।