बकरा ईद पर मौलाना का संदेशः कुबार्नी घर में करें, सोशल मीडिया पर तस्वीरें न डालें; मौलाना अब्दुल कादिर उर्फ मिस्टर
बदायूं सहसवान मौलाना सद्दाम पूर्व क्षेत्र पंचायत भवानीपुर खैरू व कारी मुसब्बिर रज़ा ने बकरा ईद को लेकर महत्वपूर्ण अपील की है। उन्होंने कहा कि ईद-उल-अजहा की नमाज 7 जून को होगी। कुबार्नी 7, 8 और 9 जून को की जा सकेगी।
मौलाना ने कहा कि कुबार्नी एक इबादत है। इसका मकसद
है, दिखावा नहीं। उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर कुबार्नी के जानवरों की तस्वीरें न डालने की अपील की है। साथ ही कोई नई परंपरा न डालने और विवादों से बचने का आग्रह किया है।
मौलाना ने कुबार्नी के लिए कुछ जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। कुबार्नी घर या बंद जगहों पर ही करें। खुले में, सड़कों या चौराहों पर कुबार्नी न करें। कुबार्नी के बाद खून और अवशेष को साफ तरीके से दफन करें। जानवरों को सार्वजनिक रास्तों पर न बांधें।
उन्होंने प्रशासन से कुबार्नी के जानवर ले जा रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। साथ ही मुस्लिम समाज से अपील की है कि वे दूसरे धर्मों की भावनाओं का सम्मान करें। बकरा ईद को अमन, भाईचारे और सफाई के साथ मनाएं।