अनुदेशकों ने महानिदेशक के नाम बीएसए को दिया ज्ञापन
बदायूं :- अनुदेशक संघ बदायूं के जिलाध्यक्ष प्रत्येक दुबे के नेतृत्व में जिले के सभी अनुदेशक एकत्र होकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से परियोजना महानिदेशक को ग्रीष्मकालीन समर कैंप के आयोजन को लेकर ज्ञापन दिया। ज्ञापन समर कैंप में आने वाली समस्याओं के समाधान हेतु दिया गया और अनुदेशको के द्वारा कहा गया कि हम सभी समर कैंप का स्वागत करते है। नौनिहालों के सर्वांगीण विकास, कौशल एवं सतत सीखने की प्रक्रिया के उन्ययन के लिए समर कैंप का आयोजन सर्वथा उचित एवं आवश्यक है। हम अनुदेशक समर कैंप में सहभागिता, सहयोग एवं बच्चों के गुणवत्तापूर्ण कौशल के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। चूंकि उत्तर प्रदेश के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशक किशोर हो रहे बच्चों में रुचि एवं प्रयास के संवाहक हैं। अतः समरकैंप के सुचारू रुप से संचालन एवं कैंप के माध्यम से उच्च अधिगम स्तर को प्राप्त करने के लिए विभाग द्वारा जारी निष्पादन कार्यक्रम में कुछ सुझाव एवं बदलाव किए जाने की प्रार्थना करता है।
समस्याओं से संबंधित मुख्य बिंदु निम्न है:-
1. हम अनुदेशकों की संविदा 16 जून से 31 मई तक ही होती है।फिर हम अनुदेशक बिना संविदा के 1 जून से 15 जून तक समर कैंप में कैसे और किस अधिकार से जा पाएंगे। अतः हमारी संविदा को बढ़ाकर 11 महीना 29 दिन कर दिया जाए।
2. महिला अनुदेशकों को गर्मी की छुट्टी में अपने ससुराल जाना पड़ता है फिर समर कैंप के दौरान वो अपने ससुराल कैसे जा पाएगी, और जब तक अंतर्जनपदीय स्थानांतरण न हो जाये तब तक इनके लिए सहभागिता अनिवार्य न की जाये।
3. समर कैंप संचालन का समय सुबह 6:30 से 8:30 किया जाना चाहिए जिससे हीट वेब से बच्चों को बचाया जा सके।
4. समर कैंप संचालन हेतु मानदेय राशि रु 6000/- तय की गई है जब कि यह आदेश में स्पष्ट नहीं है कि रु 6000/- कि धन राशि प्रति विद्यालय या प्रति कार्मिक आवंटित की गयी है।
5. उपरोक्त विषयों पर विभाग द्वारा आडियो, विडियो, चित्र इत्यादि यथोचित सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
6. समर कैंप की ट्रैकिंग प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से की जानी है इसलिए शिक्षकों की भूमिका स्व प्रेरित न होकर अनिवार्य की जानी चाहिए जिससे विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए टैबलेट के माध्यम से ही ट्रैकिंग प्रक्रिया संचालित की जा सके।
7. सप्लीमेंट्री न्युट्रेशन कि उपलब्धता एवं गुणवत्ता, यथासंभव स्टेशनरी की उपलब्धता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक/वरिष्ठ अध्यापक को दी जानी चाहिए जिससे कैंप में अव्यवस्था न रहे।
8. उपरोक्त सभी समस्याओं का समाधान करते हुए समर कैंप को ऐच्छिक सहभागिता के विकल्प के आधार पर संचालित किया जाना चाहिए।
इन सभी समस्याओं में महानिदेशक से अनुदेशको ने बदलाव करने मांग की। जिससे समर कैंप का संचालन प्रभावी एवं सुविधाजनक हो सके। ज्ञापन देने में जिलाध्यक्ष प्रतीक दुबे, महामंत्री अमित उपाध्याय, कोषाध्यक्ष सुनील कुमार शाक्य, प्रेम नारायण शाक्य, महावीर, अनुराग, नीतू, सुमन, निधि राठौर, प्रतिभा शंखधार, नीरज, अमित वर्मा, अमन भाटिया, अनुराग, उमेश, आदि लोगों उपस्थित रहे।