समाजवादी पार्टी के बदायूँ संसदीय क्षेत्र से *सांसद आदित्य यादव* ने आज *दिनांक 17 मई 2025* को अपने संसदीय क्षेत्र बदायूँ के अंतर्गत विधानसभा सहसवान का भ्रमण किया तथा ग्राम खितौरा, राजवरोलिया, सिलहरी,उस्मानपुर,जरीफनगर. रसूलपुर कलां,भोजीपुरा,थानपुर,चन्दपुरा,दानपुर मे समाजवादी पार्टी के द्वारा आयोजित PDA पंचायत कार्यक्रम मे उपस्थित रहेl
इस मौके पर ग्राम खितौरा मे PDA पंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब भी लोकसभा में मौका मिलता है यातायात से ले विकास कार्यों की बात हो, शिक्षा की बात हो, जो भी मुद्दा मिलता है उसमें अपने सहसवान के सम्मान में जो भी विकास कार्य पहुंचाने और सरकार तक पहुंचाने का मैं प्रयास कर रहा हूं और आगे भी आपको भरोसा दिलाता हूं कि जो ताकत जो विश्वास आपने दिखाया है उस विश्वास पर खड़े होने प्रयास लगातार करूंगा। पीडीए पंचायत हम लोग कर रहे हैं कई सारी पंचायते हो चुकी है। आगे भी कई होनी भी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के अनुसार आदेश पर जो ये पंचायते हम कर रहे हैं। उसका मुख्य उद्देश्य यही है कि हम सभी वो समाज के लोग जो कहीं पीछे छूट गए, पिछड़ गए हैं। वह सब एकजुट आकर अपनी ताकत को समझने का प्रयास करें क्योंकि 24 के चुनाव में भी हमने देखा कि जब ये पीडीए का नारा हमने आपने दिया तो ये पीडीए की ही ताकत थी कि उत्तर प्रदेश के अंदर सबसे ज्यादा सीटें अगर आई तो समाजवादी पार्टी की 37 सीटों को सांसद आपने बनाने का काम किया और वो समाजवादी पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय नेता जी का जो सपना उस सपने को पूरा करने में आदरणीय अखिलेश यादव जी ने जो प्रयास था उसकी नीव रखने का काम अगर किसी ने किया तो इस पीडीए ने पिछले,दलित, अल्पसंख्यकों ने एकजुट आने के बाद किया कि देश की तीसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी आज आपकी समाजवादी पार्टी बन गई। आगे माo सांसद जी ने कहा कि एक वाक्य मुझे याद आता है कि जब सरकार थी अचानक यूरिया की यहां पे कमी हुई क्राइसिस पड़ी। मंत्री सहकारिता के जैसे आप जानते हैं आदरणीय शिवपाल सिंह यादव जी ही थे और अपने नेता की अपनी पार्टी की ताकत को आप समझे इसलिए मैं ये वाक्य बता रहा हूं कि जैसे ही यहां पर क्राइसिस हुई खाद नहीं मिल रही थी कम हुई आदरणीय मंत्री जी ने तत्काल फोन किया इको के चेयरमैन को इको के एमडी को और जो ट्रेनें और जो रैंक कर्नाटक या तमिलनाडु या अन्य प्रदेशों में आ रही थी। उन ट्रेनों को घुमा के उत्तर प्रदेश में उतारने का काम समाजवादी पार्टी ने किया। किसानो, मजदूरों और गरीवो का दुख और परेशानी वही समझ सकती है जो लोग और पार्टी जो आंदोलनों से जन्मी हो जो परिश्रम करके जन्मी हो जो किसान मजदूर मध्यम वर्ग के व्यापारियों का सहयोग ले आगे बढ़ी हो। सही मायने में वही पार्टी जान सकती है कि क्या दुख और क्या दर्द से गुजर गए किसान एक व्यापारी अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी कर पाता है। ये भारतीय जनता पार्टी वाले आपके बीच में आते हैं और बड़ी-बड़ी बातें करके लोगों को बहला फूसला के वोट लेने का प्रयास करते हैं। वही सच्चाई ये है कि आज हमारे देश में अगर देखा जाए तो महंगाई चरम सीमा पर है। बेरोजगारी चरम सीमा पर है। खाद की कालाजारी चरम सीमा पर है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पे है। वो सारी बातें जो इन्होंने अपने नारों में कही थी, वादे किए थे उन सारे वादों से पलटने का काम अगर किया तो ये भ्रष्टाचारी भारतीय जनता पार्टी सरकार ने किया। समाजवादी पार्टी का घोषणा पत्र आप उठा के देख लेना। जो घोषणा जो वादे हम लोगों ने किए थे समाजवादी पार्टी ने उसको धरातल को उतारने का काम किया था जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी तब हमने बेरोजगारी भत्ता हमने दिया कन्या विद्याधन, समाजवादी पेंशन और सिंचाई में मुफ्त बिजली देने का काम, खाद के दामों में सब्सिडी देने का समाजवादी पार्टी ने काम किया सहकारिता के जरिए किसानों को विभिन्न तरीके के ऋण देने का काम समाजवादी पार्टी ने कम से कम दरों में किया। जब इस देश का किसान,मजदूर और गरीब, पिछड़े आगे बढ़ेंगे मजबूत होंगे तभी ये देश मजबूत होगा और तभी ये देश आगे बढ़ पाएगा। लेकिन आज महज दो या चार पूँजीपति ऐसे जो देश को चला रहे हैं। कोई भी सामान हो, कोई भी व्यापार करने का माध्यम हो, हर व्यापार के अंदर अगर कोई है तो 2-3 व्यापारी है जो पूरे देश को चलाने का काम। इसीलिए मैं कह रहा हूं कि हमें प्रयास करना है कि एक बार फिर से वो सरकार सत्ता में आए वो पार्टी सत्ता में आए जो किसानों के भले कर सके इसलिए हम सबको मिलकर आने वाले 2027 के चुनाव मे एक होकर PDA के मजबूत नारे को साथ लेकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनानी है और माo अखिलेश यादव जी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का काम करना है l
इस मौके पर सहसवान से विधायक ब्रजेश यादव, वासित अली, चन्द्रकेश यादव, नरोत्तम यादव, दिनेश यादव, राकेश पासी, भूरे प्रधान, जितेन्द्र प्रधान, दुर्वेश यादव, गंगाधर प्रधान सहित प्रमुख लोग साथ रहेl
