राष्ट्रीय गीतकार डॉ. उर्मिलेश की 20वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित काव्यात्मक संगीत संध्या में कलाकारों ने , कविताएं, संगीत और सुरों से डॉ. उर्मिलेश के लिखे देशभक्ति कविताओं और गीतों को प्रस्तुत कर दी श्रद्धांजलि, अधिकारियों, शुभचिन्तकों, साहित्यकारों, एवं सामाजिक संस्था के पदाधिकारियों ने किया याद, सैनिकों का हुआ सम्मान
बदायूं 16 मई 2025। डॉ. उर्मिलेश जनचेतना समिति द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी बदायूं क्लब, बदायूं में राष्ट्रीय गीतकार डॉ. उर्मिलेश की 20वीं पुण्यतिथि के अवसर पर काव्यात्मक संगीत संध्या का आयोजन किया गया। शाम आयोजित कार्यक्रम में जनपद के प्रतिभाशाली कवियों और गायकों द्वारा डॉ. उर्मिलेश के प्रसिद्ध कविताओं, गीतों और
गज़ल आदि संगीत के साथ प्रस्तुत किये। उनके द्वारा लिखित देशभक्ति से ओत-प्रोत प्रसिद्ध कविताओं, ग़ज़लों एवं गीतों की प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। देर रात्रि तक चले कार्यक्रम में श्रोताओं ने संगीत संध्या का आनंद लिया। कार्यक्रम में नगर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, ने उपस्थित हो डॉ. उर्मिलेश को श्रद्धांजलि दी। शुभारम्भ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं पुष्पार्पण व डॉ. उर्मिलेश के चित्र पर पुष्पार्पण कर हुआ। आयोजन में सेवानिवृत्त सैनिकों का सम्मान किया गया, इस अवसर पर नगर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने कहा ने मेरा ये सौभाग्य है कि मैंने अपनी युवावस्था में अनेक कवि सम्मेलनों में डॉ. उर्मिलेश जी की जादुई आवाज को सुना, वे एक श्रेष्ठ कवि एवं लेखक थे, जिन्होेने समाज की हर समस्या को अपने लेखन में उठाया वे और उनका लेखन अमर रहेंगे, कहा डॉ उर्मिलेश ने अपने देशभक्ति और सम्वेदनशील लेखन से सम्पूर्ण विश्व में जनपद का नाम प्रसिद्ध किया, आज वे सशरीर हमारे मध्य नहीं हैं, लेकिन अपने कृतित्व से सदैव जीवित हैं, उनकी याद में किये जा रहे समस्त कार्यों के लिए उनका परिवार, उनके बेटे डॉ. अक्षत अशेष साधुवाद के पात्र हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ बृजेश कुमार सिंह ने आयोजन की सराहना कर बधाई देते कहा कि ऐसे पुण्यात्मा को नमन करता हूं जिन्होंने बदायूं को गौरव प्रदान किया। भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि डॉ उर्मिलेश जनपद के गौरव थे उनकी स्मृति में जो कार्य किए जाएँ वो उनको सच्ची श्रद्धांजलि हैं, कार्यक्रम में डॉ सोनरुपा विशाल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। समस्त अतिथियों का सम्मान सदस्यों द्वारा माला पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर किया गया। इसके उपरान्त संगीत संध्या प्रारम्भ हुयी जिसमें उज्जवल वशिष्ठ ने तू इन बूढे़ दरख़्तों की हवायें साथ रख लेना एवं ये सच है कि हम थोड़ा कम बोलते हैं प्रस्तुत की। गायक उस्मान साहिल ने जिनकी कुर्बानी वतन की आरती से कम नहीं प्रस्तुत की। अखिलेश ठाकुर ने देशभक्ति के छंद एवं गायक प्रतोष शर्मा ने तुम्हारी आख के आंसू, स्वतंत्रता बनी रहे गाकर समां बांध दिया। डॉ. अक्षत अशेष ने उनकी कविता देश के शहीदों को प्रणाम कर लें , कुलदीप अंगार ने देश अब सेना के हवाले किया जाये और डॉ उपदेश शंखधार ने अमर कविता गाएंगे गाएंगे हम वन्देमातरम प्रस्तुत की, अर्न्तराष्ट्रीय कवियत्री डॉ. सोनरुपा विशाल ने एवं अभिषेक अनंत ने देश के हम सेनानी हैं प्रस्तुत की। श्यामजी शर्मा ने डॉ. उर्मिलेश के पोलियो जागरण गीत कामना है फूलों में नयी उमंग हो प्रस्तुत किया । कलाकार नूरजहां ने डॉ उर्मिलेश के पेंटिंग बनाकर अद्भुत प्रस्तुति दी, सभी की प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया अंत में समिति की ओर से सभी कलाकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन डॉ. अक्षत अशेष ने किया। इस अवसर पर समिति के संरक्षक श्यामजी शर्मा, अध्यक्ष मंजुल शंखधार, लेखिका अंजू शर्मा, समिति के सदस्य डॉ. रामबहादुर व्यथित, डॉ. सुवेन्द्र माहेश्वरी, रिचा अशेष, प्रदीप शर्मा, नरेश चन्द्र शंखधार, रविंद्र मोहन सक्सेना, दीपक सक्सेना, प्रशांत कोहली, परविंदर सिंह दुआ, दिनेश चंद्र वर्मा, संजीव रूप, सुमित मिश्रा, शिक्षक रवि भूषण पाठक, सत्यम मिश्र, डा सरला चक्रवर्ती, आलोक पाठक, पुष्पदेव भारद्वाज, विशाल शर्मा, मयंक गुप्ता, अनुज सकसेना, कमलेश ज्ञानी, सीमा रानी, गुरुचरण मिश्र, भास्कर शर्मा अतुल गुप्ता, इजहार अहमद, प्रशांत दीक्षित, रचना शंखधर, पंकज शर्मा, कियारा शर्मा आदि उपस्थित रहे। मंजीत खन्ना एवं ग्रुप की ओर से वाद्ययंत्रों पर संगत दी गयी।