**चाइल्ड हेल्पलाइन बदायूं एवं थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग ने एक ही गांव की 03 बालिकाओं को बालिका बधु बनने से बचाया **
आज दिनांक 30-04-2025 को अक्षय तृतीय के दिन चाइल्डलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 के माध्यम से सूचना मिली कि थाना उसहैत जनपद बदायूं के अंतर्गत एक ग्राम में 3 बालिकाओं का बाल विवाह हो रहा है जिसमें तीनों विवाह दिनांक 03/05/2025, 04/05/2025 एवं 08/05/2025 को होना प्रस्तावित हैं जिसकी सूचना मिलने के उपरांत चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक कमल शर्मा ने तत्परता दिखाते हुए मामले की सूचना जिला प्रोबेशन अधिकारी, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट व बाल कल्याण समिति को दी जिसमे उपरांत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री अभय कुमार जी के आदेशानुसार चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक कमल शर्मा, श्री अजय कुमार थाना प्रभारी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग, उपनिरीक्षक थाना उसहैत तिलक राम, आरक्षी रवि,उदयपाल, विकास कुमार, विक्की वर्मा, रितु गांव में मौके पर पहुंचे और तीनों बालिकाओं व उसके परिवार से मिले तथा बालिकाओं के आयु के साक्ष्य मांगे जिसमे तीनों बालिकाओं की आयु साक्ष्यों के अनुसार 16 वर्ष के लगभग निकलीं, परिवार के अनुसार भी बालिकाओं की आयु 16 वर्ष के लगभग थी, जिसके बाद बालिकाओं के पिता को शादी न करने के बारे में समझाया व बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में बताकर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के बारे में बताया कि अगर लड़की की शादी 18 वर्ष से पहले करते है तो उन पर कानूनी कार्यवाही होगी तब उन्होंने कहा कि हमें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी । लड़की के पिता ने प्रभारी निरीक्षक की उपस्थित में शपथ पत्र दिया कि जब तक मेरी लड़की 18 वर्ष का ना हो जाएगा तब तक मैं उसका विवाह नहीं करूंगा अगर करूं तो मेरे खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए तथा लड़की को बाल कल्याण समिति बदायू के आदेशानुसार समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। गत सप्ताह भी इसी गांव में एक बाल विवाह को रोक का चुका है। समन्वयक कमल शर्मा ने बताया कि वर्तमान वर्ष में अब तक 5 बाल विवाहों को रोक जा चुका है तथा जनपद में इतने ज्यादा बाल विवाह होना चिंता का विषय है। इस मौके पर धनंजय पाठक जिला बाल संरक्षण इकाई, ग्राम प्रधान शिवरानी एवं प्रधान पति शेरसिंह आदि उपस्थित रहे।
